E-rupi kya hai | what is e-rupi | ई-रूपी क्या है?
ई-आरयूपीआई क्यूआर कोड या एसएमएस स्ट्रिंग-आधारित ई-वाउचर के आधार पर डिजिटल भुगतान के लिए कैशलेस और संपर्क रहित माध्यम है जो लाभार्थियों को उनके मोबाइल फोन पर दिया जाता है।
Contents
- 1 E-rupi kya hai hindi me
- 2 E-rupi कैसे कार्य करता हैं? ई-रुपी बिना किसी फिजिकल इंटरफेस के डिजिटल तरीके से लाभार्थियों और सेवा प्रदाताओं के साथ सेवाओं के प्रायोजकों को जोड़ता है। इससे यह भी सुनिश्चित किया जाता है कि लेन-देन पूरा होने के बाद ही सेवा प्रदाता को भुगतान किया जाए। प्री-पेड होने की वजह से सेवा प्रदाता को किसी मध्यस्थ के हस्तक्षेप के बिना ही सही समय पर भुगतान संभव हो जाता है।
- 3 E-rupi (ई-रूपी) के क्या लाभ है?
- 4 e-RUPI kaise kary karta hai | E-rupi की विशेषता हिन्दी में
- 5 E-rupi किसके द्वारा बनाया गया हैं? इसे नेशनल पेमेंट कारपोरेसन, वित्तीय सेवा विभाग व स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा तैयार किया गया है।
- 6 E-rupi का उपयोग हिन्दी में इसका उपयोग भारत सरकार विभिन्न स्वास्थ्य व सब्सीडी सेवाओं में करेगी।
- 7 ई-रुपी डिजिटल वाउचर का इस्तेमाल कहाँ-कहाँ हो सकता है?
- 8 E-rupi को क्यों शुरु किया गया?
E-rupi kya hai hindi me
इस निर्बाध वन टाइम भुगतान व्यवस्था के यूजर्स अपने सेवा प्रदाता के केंद्र पर कार्ड, डिजिटल भुगतान एप या इंटरनेट बैंकिंग एक्सेस के बगैर ही वाउचर की राशि को प्राप्त करने में सक्षम होंगे। इसे नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने अपने यूपीआई प्लेटफॉर्म पर वित्तीय सेवा विभाग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के सहयोग से विकसित किया है।
E-rupi कैसे कार्य करता हैं?
ई-रुपी बिना किसी फिजिकल इंटरफेस के डिजिटल तरीके से लाभार्थियों और सेवा प्रदाताओं के साथ सेवाओं के प्रायोजकों को जोड़ता है। इससे यह भी सुनिश्चित किया जाता है कि लेन-देन पूरा होने के बाद ही सेवा प्रदाता को भुगतान किया जाए। प्री-पेड होने की वजह से सेवा प्रदाता को किसी मध्यस्थ के हस्तक्षेप के बिना ही सही समय पर भुगतान संभव हो जाता है।
E-rupi (ई-रूपी) के क्या लाभ है?
इस सर्विस से केंद्र व राज्य सरकारें विभिन्न योजनाओं का लाभ लीक प्रूफ तरीके से लाभार्थियों तक पहुंचाएंगी
इन्टरनेट न चलाने वाले लोग भी अब ई रूपी के माध्यम से पैसों का लेन देन कर सकेंगे
स्वास्थ्य, उर्वरक सब्सीडी व विभिन्न योजनाओं का लाभ आसानी से पात्र लोगों तक पहुँच सकेंगा
यूपीआई के आलावा अब लोगों के पास एक और पेमेंट गेटवे होगा।
e-RUPI kaise kary karta hai | E-rupi की विशेषता हिन्दी में
ई रूपी लेन-देन में लाभार्थियों के मोबाइल नंबर पर एक कूपन कोड या क्यू आर कोड भेजा जाता है।
यह सेवा उपयोग करने के लिए किसी मोबाइल ऐप, इन्टरनेट कनेक्शन का होना आवश्यक नहीं है।
ई-रूपी का उपयोग करने के लिए लाभार्थी या सेवा प्रदाताओं के पास किसी फिजिकल इंटरफ़ेस की आवश्यकता नहीं पड़ती।
E-rupi किसके द्वारा बनाया गया हैं?
इसे नेशनल पेमेंट कारपोरेसन, वित्तीय सेवा विभाग व स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा तैयार किया गया है।
E-rupi का उपयोग हिन्दी में
इसका उपयोग भारत सरकार विभिन्न स्वास्थ्य व सब्सीडी सेवाओं में करेगी।
ई-रुपी डिजिटल वाउचर का इस्तेमाल कहाँ-कहाँ हो सकता है?
वेलफेयर सर्विस की लीक-प्रूफ डिलीवरी सुनिश्चित करने की दिशा में इससे एक क्रांतिकारी पहल होने की उम्मीद है। इसका इस्तेमाल आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, विभिन्न वेलफेयर स्कीम्स के तहत सर्विस देने के लिए भी किया जा सकता है। निजी क्षेत्र भी अपने कर्मचारी कल्याण और सीएसआर कार्यक्रमों में इन डिजिटल वाउचर का लाभ उठा सकता है।
E-rupi को क्यों शुरु किया गया?
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा ई-रूपी सर्विस को शुरू करने का उद्देश्य विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ आम लोगों तक बिना किसी घोटाले या चोरी किये हुए सीधे लाभार्थियों तक पहुँचाना है।