Shetan ladke ki kahani | शैतान लड़के की कहानी

shetan ladke ki kahani

एक लड़का था। जिसका नाम रामू था। वह पढ़ने में अच्छा था। वह पढ़ाई के साथ-साथ बहुत बदमाश भी था। कहा भी जाता हैं कि चोरी वही करते हैं जो तेज होते हैं। वरणा शरीफ लोगों से तो चोरी हो भी नहीं सकता हैं।

 

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रामू दिन भर लोगों को परेशान करता रहता था। चाहे वह स्कुल के बच्चे या शिक्षक या कोई और दूसरा ही क्यों न हो? उसके दिमाग में हमेंशा लोगों को परेशान करने का कोई ना कोई और जवाब पहले से ही तैयार रहता था।

 

 

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रामू रात को हमेंशा पढ़ाई करता था। पढ़ाई करते-करते एक दिन सोचा कि मैं रोज दूसरों को परेशान क्यों करता हूँ? क्या मैं खुद उन्हें जान बुझकर परेशान करता हूँ या कोई शक्ति मुझसे ऐसा करवाती हैं?

 

ऐसा सोच रहा होता हैं तभी उसके मन में एक और सवाल आया कि मैं तो कभी भी ऐसा नहीं सोचता हूँ। मुझे जो भी करना हैं मैं तत्काल करता हूँ।

 

मुझे ऐसा सोचने के लिए किसने कहा हैं? जब रामु को ऐहसास हो गया कि जरुरी इस दुनिया में कोई शक्ति हैं जो मुझसे ऐसा करवाती हैं तो उसने खुद से कहा कि मैं देखता हूँ कि कोई शक्ति आज के बाद मुझसे लोगों को कैसे परेशान करवाती हैं?

 

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दिन हुआ रोज की तरह रामु स्कुल गया। और उसने फ़ैसला किया कि वह शिक्षक को परेशान नहीं करेंगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ वह कुछ ही समय बाद वह फिर से परेशान करने लगा।

 

 

शैतान लड़के की कहानी

 

 

कहा जाता हैं कि हम जैसा रोज करते हैं वैसे ही हमारे दिमाग में फिक्स हो जाता हैं। हमारी आदत कोई एक दिन में नहीं बदलती हैं। वह धीरे-धीरे बदलती हैं।

 

इसलिए रामु ना चाहते हुए भी वह शिक्षक और बच्चों को परेशान करने लगा।

 

रामु बहुत तेज था इसलिए उसे यह समझने में वक्त नहीं लगा कि वह ना चाहते हुए भी लोगों को परेशान क्यों करता हैं?

 

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रामु धीरे-धीरे वह अपने आप को सम्भाल और एक दिन पुरा अपने आपको बदल दिया। इसलिए कहा जाता हैं कि हम जब चाहें अपने आपको पुरा बदल सकते हैं।

 

 

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हाँ हमें अपने आप को बदलने में समय लगेगा। लेकिन अपने आप को पुरा बदल सकते हैं।

 

माना कि हम आज मेहनत नहीं करते हैं लेकिन हम मेहनत कर सकते हैं। हमारे अंदर बहुत आलस्य हैं तो क्या हुआ? हम आलस्य ख़त्म कर सकते हैं।

 

जो हमसे नहीं होता हैं वह भी हम कर सकते हैं। हालांकि इसमें वक्त लगेगा। लेकिन हम जरूर उसे कर पायेंगे।

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Author: Kumar

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