Do sher bhai ki kahani, दो शेर भाई थे। इनमें से एक बहुत ही तेज था तो दुसरा उसके बिल्कुल उल्टा था। शेर की माँ जब मरने वाली थी तो उसने अपने बड़े बेटा से कहा कि बेटा तुम्हारा छोटा भाई बहुत कमजोर हैं।
Two lion brothers story in hindi | do sher bhai ki kahani | दो शेर की कहानी हिंदी में
वह ठीक से शिकार भी नहीं कर पाता हैं। हमेंशा अपने आपको आलस्य में रखता हैं। मुझे उसकी बड़ी चिंता रहती हैं कि मेरे मरने के बाद उसका ख्याल कौन रखेंगा।
तो बड़े शेर ने कहा कि आप चिंता क्यों करती हो मेरे रहते मेरे छोटे भाई को शिकार करने की क्या जरूरत हैं? मैं जब तक हूँ उसे कभी भी भुख से मरने नहीं दूंगा।
उसे जब भी भुख लगेगी मैं उसके लिए शिकार लाके दे दुंगा।
जब शेर माता को उसके बड़े बेटे पर विश्वास हो गया कि मेरे मरने के बाद अपने छोटे भाई का ख्याल बहुत अच्छे तरीके से रखेंगा। तो उसने अपना प्राण आसानी से त्याग दिया।
उसके मरने के बाद शेर भी अपने भाई का ख्याल अच्छी तरह से रखने लगा। छोटे शेर को जब भी खाने को जी चाहता। बड़ा शेर तुरंत शिकार लाके दे देता।
Do sher ki story in hindi | दो शेर की कहानी शिक्षाप्रद कहानी | बच्चों के लिए कहानी इन हिंदी
छोटा शेर दिन पर दिन और आलसी होते गया। वह सोचने लगा कि मुझे शिकार करने की जरूरत ही क्या हैं? जब भी भुख लगती हैं। बड़ा भाई लाके दे देता हैं।
समय बितते गया एक दिन बड़े शेर का विवाह हो गई। उसके पत्नी अपने देवर से जलने लगी। वह बड़े शेर से कहने लगी कि आप रोज शिकार करके लाते हैं और आपका छोटा भाई दिन भर बैठा रहता हैं। कोई भी शिकार नहीं करता हैं।
आप ऐसा क्यों करते हैं उसे भी शिकार करने के लिए कहियें। बड़े भाई ने उसके बातों पर ध्यान नहीं दिया और बोला कि वह मेरा छोटा भाई हैं। उसके लिए शिकार ला देता हूँ तो क्या हो गया?
समय बितता गया बड़े शेर की पत्नी बार-बार उससे कहती कि अपने भाई को भी शिकार करने को बोलो।
कुछ समय के बाद बड़े शेर की पत्नी ने बच्चों को जन्म दिया। बच्चे भी बड़े होते गये।
छोटा शेर अब भी बड़े शेर के भरोसे बैठा रहता था कि बड़ा भाई शिकार करके लाके देगा।
एक दिन की बात हैं बड़े शेर ने अपनी पत्नी की बात मान लिया। और अपने छोटे भाई से कहा की तुम अपना शिकार खुद जाके करो।
इतना सुनते ही उसके होश उड़ गये। और उसका दिमाग तेजी से काम करने लगा। इतना तेजी से काम करने लगा कि उसका सरदर्द होने लगा। वह सोचने लगा कि आज तक मैंने कोई शिकार नहीं किया।
Lion story in hindi | बच्चों के लिए कहानी इन हिंदी | students motivational story in hindi
मैं शिकार कैसे और कहां करूँगा? वह अपने
आपको अकेला महसूस करने लगा। वह शिकार करने जाता तो शिकार कर नहीं पाता।
परिणाम यह हुआ कि शिकार न कर पाने के कारण वह भुखा ही रहता था। और एक दिन भुख के कारण मर गया।
इस कहानी से हमें क्या शिक्षा मिलती हैं?
उत्तर – > इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती हैं कि कोई हमारा कितना ही खास क्यों न हो? वह हमारी हमेंशा मदद नहीं कर सकता। क्योंकि उसके भी ऊपर जिम्मेदारी होती हैं। हमें अपने आप पर भरोसा या विश्वास करना चाहिए।